ओखरमा फोरेकी छु बाधाहरू मैले.... जता पनि पुग दाजै घामभन्दा पैले...."
मखमली स्वरकी धनी गायिका हेमलता तिहारको यो यौटै गीतले नेपालमा अमीट छाप छोड्न सफल भइन्
उनको यौटा अर्को "तानसेन घमाइलो..." भन्ने गीत पनि भए जस्तो लाग्छ तर त्यो त्यति बजेको सुनिंदैन
धेरै कम तर मीठा मीठा गीत गाएकी हेमलता का व्यक्तिगत रूपमा मलाई विशेष मन पर्ने गीतहरू यी हुन्:
कौन दिशा में लेके चला रे वटुहिया ...(नदिया के पार, 1982)
तू इस तरह से मेरी जिन्दगी में शामिल है...(आप तो ऐसे न थे, 1980)
अखियोँ के झरोखों से मैने देखा जो साँवरे... (अखियोँ के झरोखों से, 1978)
ले तो आये हो हमें सपनों के गांव में प्यार के छांव में बिठाये रखना...(दुल्हन वही जो पिया मन भाये, 1977)
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